Makhanlal chaturvedi university
Makhanlal chaturvedi biography in english...
माखनलाल चतुर्वेदी
माखनलाल चतुर्वेदी (4 अप्रैल 1889-30 जनवरी 1968) भारत के ख्याति प्राप्त कवि, लेखक और पत्रकार थे जिनकी रचनाएँ अत्यंत लोकप्रिय हुईं। सरल भाषा और भावों-भावनाओं के वे अनूठे प्रणेता थे। प्रभा और कर्मवीर जैसे प्रतिष्ठित पत्रों के संपादक रहे माखनलाल जी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ जोरदार प्रसार किया और नई पीढ़ी को प्रोत्साहित किया कि वे गुलामी की जंज़ीरों को तोड़ कर बाहर आए और इसके लिए उन्हें अनेक बार ब्रिटिश साम्राज्य का कोप भाजन बनना पड़ा।[1] वे सच्चे देशप्रेमी थे और 1921-22 में असहयोग आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए जेल भी गए। उनकी कविताओं में देशप्रेम(राष्ट्र-भक्ति) के साथ-साथ प्रकृति और प्रेम का भी चित्रण हुआ है। अत: वे सच्चे अर्थों में युग-चारण माने जाते हैं।[2]
जीवनी
[संपादित करें]श्री माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में बाबई[3] नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम नंदलाल चतुर्वेदी था जो गाँव के प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक थे। प्राथमिक शिक्षा के बाद घर पर ही इन्होंने संस्कृत, बांग्ला, अंग्रेजी,